निजीकरण-विनिवेश की रट लगाये सरकार
जरा पी.एस.यू, निर्माण के उद्देश्य को तो देखिये
निजीकरण ही नहीं है केवल एक उपाय
उनकी चोरी-बईमानी को भी तो देखिये
खरी-खोटी, गाली देने से पहले हमको
हमारा बेहाल हाल तो देखिये
माफिया नेताओं के जाल से मुक्त करके
हमारा काम तो एकबार देखिये
आँखों से रंगीन चश्मा हटाके
एकबार जमीनी सच्चाई तो देखिये
-पथिक (२१.०२.२०१८)
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